Not known Details About shiv chalisa lyrics in english with meaning
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देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा । तन नहीं ताके रहे कलेशा ॥
नमो नमो जय नमो शिवाय । सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥
जय जय जय अनंत अविनाशी । करत कृपा सब के घटवासी ॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर check here – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
न कश्चित् पुत्रस्य वंचनं कर्तुम् इच्छति।
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ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।।